व्हाट्सएप्प हिंदी शायरी – वो याद आए कुछ यूँ SJShayari April 17, 2017 Uncategorized Comments वो याद आए कुछ यूँ, के लौट आये सब सिलसिले, ठंडी हवा, सब्ज़ पत्ते और नवम्बर की गुलाबी धूप loading…