व्हाट्सएप्प हिंदी शायरी – ये दिल वो नगर नहीं SJShayari April 10, 2017 Uncategorized Comments ये दिल वो नगर नहीं जो फिर से आबाद हो सके, बहोत पछताओगे ये बस्ती उजाड़ के loading…