शायरी २ लाइन में – जब लगा सिने पे तीर SJShayari April 14, 2017 Uncategorized Comments जब लगा सिने पे तीर तब हमें इतना दर्द नहीं हुआ, गालिब, जख्म का एहसास तो तब हुआ जब कमान अपनो के हाथ में देखा loading…