शायरी २ लाइन में – तुम्हारे जुल्मो को सहना SJShayari April 17, 2017 Uncategorized Comments तुम्हारे जुल्मो को सहना आज मज़बूरी ही सही, कल हमारा है, तुम बस इतना याद रखना loading…