शायरी २ लाइन में – ना शाख़ों ने जगह दी ना SJShayari April 14, 2017 Uncategorized Comments ना शाख़ों ने जगह दी ना हवाओ ने बक़शा, वो पत्ता आवारा ना बनता तो क्या करता? loading…