शायरी २ लाइन में – बहोत सोचकर आज SJShayari April 12, 2017 Uncategorized Comments बहोत सोचकर आज खुद से ये सवाल किया मैंने, ऐसा क्या है मुझमे कि लोग मुझसे वफा नहीं करते loading…