शायरी २ लाइन में – ज़ज़बात पे क़ाबू SJShayari April 17, 2017 Uncategorized Comments ज़ज़बात पे क़ाबू वो भी मोहब्बत में, तूफ़ान से कहते हो चुपचाप गुज़र जाओ loading…