New Poetry Two Lines – टूटने का दर्द तुझको ही नहीं SJShayari April 14, 2017 Uncategorized Comments टूटने का दर्द तुझको ही नहीं है आइने जिस्म के इस फ्रेम में चटकी हुई है जिंदगी मेरी loading…