शायरी २ लाइन में – मुझे ना ढून्ढ ज़मीन ओ

मुझे ना ढून्ढ ज़मीन ओ आसमान की गर्दिश में..
तेरे दिल मैं जो नहीं हूँ तो फिर कहीं भी नहीं हूँ.