हिंदी पोएट्री २ लाइन में – जिधर देखो उधर मिल जाएँगे

जिधर देखो उधर मिल जाएँगे अख़बार नफ़रत के,
बहुत दिनों से नही देखा मोहब्बत का ख़त यारो