रोज़ रोज़ गिर कर मुकम्मल खड़ी हूँ,
ज़िन्दगी देख,मैं तुझसे कितनी बड़ी हूँ
Hindi Shayari – रोमांटिक, दर्द भरी और प्रेरक शायरी
Hindi Romantic, Sad And Inspirational Sher O Shayari Collection
रोज़ रोज़ गिर कर मुकम्मल खड़ी हूँ,
ज़िन्दगी देख,मैं तुझसे कितनी बड़ी हूँ