जानवर की कोख से जनते न देखा आदमी …
आदमी की नस्ल फिर क्यों जानवर होने लगी
Hindi Shayari – रोमांटिक, दर्द भरी और प्रेरक शायरी
Hindi Romantic, Sad And Inspirational Sher O Shayari Collection
जानवर की कोख से जनते न देखा आदमी …
आदमी की नस्ल फिर क्यों जानवर होने लगी