रुई का गद्दा बेच कर, मैंने इक दरी खरीद ली।
ख्वाहिशों को कुछ कम किया मैंने, और ख़ुशी खरीद ली ।
Hindi Shayari – रोमांटिक, दर्द भरी और प्रेरक शायरी
Hindi Romantic, Sad And Inspirational Sher O Shayari Collection
रुई का गद्दा बेच कर, मैंने इक दरी खरीद ली।
ख्वाहिशों को कुछ कम किया मैंने, और ख़ुशी खरीद ली ।