New Latest Shairo Shayari 2 Lines – मेरी पीठ पर वो जख्म हैं

मेरी पीठ पर वो जख्म हैं जो अपनों की निशानी है
वरना सीना तो आज भी दुश्मनी के इंतज़ार मैं बैठा है