मेरी पीठ पर वो जख्म हैं जो अपनों की निशानी है
वरना सीना तो आज भी दुश्मनी के इंतज़ार मैं बैठा है
Hindi Shayari – रोमांटिक, दर्द भरी और प्रेरक शायरी
Hindi Romantic, Sad And Inspirational Sher O Shayari Collection
मेरी पीठ पर वो जख्म हैं जो अपनों की निशानी है
वरना सीना तो आज भी दुश्मनी के इंतज़ार मैं बैठा है